नागरिक संशोधन विधेयक ... क्यों है हो हल्ला..?


मुसाफ़िर और प्यारे लाल लोकसभा में देर रात तक चली बहस और बाद में नागरिक संशोधन विधेयक को पास किये जाने पर चर्चा कर रहे थे।


प्यारे लाल--ये क्या बात हुई मुसाफ़िर सहाब ?


मुसाफ़िर--क्या ?


प्यारे लाल--सब धर्मों पर नज़रें कर्म और मुसलमानो को बाहर का रास्ता!                                       


मुसाफ़िर-- कौन दिखा रहा है मुसलमानों को बाहर का रास्ता? इस बिल में मुसलमानो का तो नाम ही कहीं नही है..यहां तो पाकिस्तान, बंगलादेश व अफगानिस्तान में हिन्दू, सिक्ख,जैन,पारसी और ईसाइयों पर वहां के बहुसंख्यक जो अत्याचार कर रहें है, उनसे बचकर इन देशों से आये शरणार्थी भारत के अलग-अलग हिस्सों में जो रह रहे हैं बस उन्हें नागरिकता देना है।


प्यारे लाल-- तो मुसलमानों को क्यों वंचित रखा जा रहा है ? 


मुसाफ़िर --  कौन से मुसलमानों को?


प्यारे लाल-- वही जो बंगलादेश से आये है या वो रोहिंग्या मुसलमान?


मुसाफ़िर-- दोनों में फर्क समझो प्यारे लाल जी हिन्दू, सिक्ख आदि उन देशों से उत्पीड़ित होकर वहां से भागे है और भारत मे शरण चाहते है। बंगलादेशी मुसलमान और रोहिंग्या जबरदस्ती भारत मे घुसें है और बिना वीजा के घुसें है। ये घुसपैठिये पूरे भारत मे फैल भी गये है। रही बात इन तीन देशों में रह रहे मुसलमानों की तो उनका धर्म तो इस्लाम है उनका उत्पीड़न वहाँ कहाँ होता है? हिन्दू ,सिक्ख,ईसाइयो का ही उत्पीड़न हो रहा है और धर्म के नाम पर हो रहा है। उनके पास दो ही रास्ते है इस्लाम ग्रहण करे या मौत को गले लगाये। इसलिए वह भाग कर भारत आकर नागरिकता देने की गुहार लगा रहें है। मुसलमानों के लिये तो बहुत से इस्लामिक मुल्क है कहीं भी जा सकते है इन पीड़ित लोगों को बताओ कौनसा देश अपनाने को तैयार है? वह वीज़ा लेकर आये है बस भारत मे शरण मांग रहे है उनके लिए मात्र भारत ही है जहां उन्हें सहारा मिल सकता है।


प्यारे लाल --हमारा देश तो धर्म निरपेक्ष राष्ट्र है यहाँ किसी को आने से कैसे रोका जा सकता है ?


मुसाफ़िर-- हां धर्मशाला समझ रखा है भारत को मुँह उठाओ और घुसे चले आओ। पाकिस्तान में 1947 में 2 करोड़ यानी 23℅हिन्दू थे आज सिर्फ 2 लाख हिन्दू रह गए है और भारत मे 9℅ मुसलमान थे आज 14℅ है। 70 साल में इस विषय को किसी ने उठाया ही नहीं ....क्यों..? 1950 में भारत के प्रधानमंत्री नेहरू औऱ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री मंत्री लियाक़त अली के बीच एक समझौता हुआ था कि दोनों देश अपने यहां रह गये अल्पसंख्यको को सुरक्षा देंगे,..
....यह दी है पाकिस्तान ने सुरक्षा? हिन्दू सिक्ख वहां न के बराबर रह गए है और अगर भारत मुसलमानों को सुरक्षा न देता तो 9℅ से 14% न होते।


प्यारे लाल--फिर भारत का मुसलमान अपने को इतना असुरक्षित क्यों समझता है ?


मुसाफ़िर--उन्हें ओवैसी जैसी सोच की कुछ राजनीतिक पार्टियां असुरक्षित महसूस करवा रहीं है क्योंकि उनकी राजनीति मुसलमानों को डरा कर अपने वोट बैंक को सुरक्षित रखना है।


प्यारे लाल--लेकिन मुझे ऐसा क्यों लग रहा है कि भारत हिंदू राष्ट्र की ओर बढ़ रहा है?


मुसाफ़िर--हिंदू राष्ट्र तो ये पहले से ही है ,जब मुसलमानों ने भारत से अपना हिस्सा मांगा और कहा बंटवारा चाहिए और उन्होंने पाकिस्तान को इस्लामिक राष्ट्र बना लिया तो भारत का ये हिस्सा क्या बना?..बन गया न हिंदुस्तान! अब ओवैसी सहाब अपने तरीके से इसकी व्याख्या करते रहे उससे क्या होता है। यह अच्छा है भई अपना घर भी ले लिया और दूसरे के घर में एक कमरे में ताला भी लगा दिया और कह दिया कि यहां भी हमारा हिस्सा है? ओवैसी के भाई बन्धु अब कहने लगे है हम भारत मे किरायेदार नहीं हिस्से दार है। अब भारत कब तक धार्मिक आधार पर हिस्से बाँटता रहेगा..? सच्चाई को समझो प्यारे लाल जी समय बदल गया है सब कुछ भारत के संविधान के अनुसार हो रहा है।


प्यारेलाल--अगर नागरिक संशोधन बिल इतना ही सही है तो पूर्वोत्तर राज्य क्यों जल रहे है ?


मुसाफ़िर-- वहां लोगो को कुछ पार्टिया गुमराह कर रहीं है वोट की राजनीति के लिये।


प्यारे लाल-- तुम क्या समझते हो राज्य सभा से ये बिल शाह जी पास करवा कर ले जायेंगे ?


मुसाफ़िर--तुम तो धारा 370 के बारे में भी यही कह रहे थे सुना नही शाह जी ने लोकसभा में क्या कहा है ।


प्यारे लाल--क्या ?


मुसाफ़िर-- बिल को हर हालत में पास करवाया जायेगा ।


प्यारे लाल शब्दों पर जोर देता हुआ बोला --हर हालत में ?


मुसाफ़िर--जी हां....हर हालत में क्योकि मोदी है तो....?